॥ दोहा ॥ सुवन केहरी जेवर,सुत महाबली रनधीर।बन्दौं सुत रानी …
ॐ नमः शिवाय
श्रीगुरु चरण सरोज रज, निजमन मुकुरु सुधारि।
बरनउं रघुबर बिमल जसु, जो दायकु फल चारि॥
बुद्धिहीन तनु जानिके, सुमिरौं पवनकुमार।
बल बुद्धि बिद्या देहु मोहि, हरहु कलेस विकार॥
“तनोतु नः शिवः शिवम्”
अथ तन्त्रोक्तं रात्रिसूक्तम् एक शक्तिशाली वैदिक स्तोत्र है जो देवी रात्रि की स्तुति करता है। इसे तांत्रिक परंपरा में विशेष स्थान प्राप्त है। रात्रिसूक्त का पाठ मानसिक शांति, नकारात्मक ऊर्जा से सुरक्षा और आत्मिक बल प्राप्ति के लिए किया जाता है।
॥ विनियोग ॥ श्री गणेशाय नमः॥अस्य श्रीशिवरक्षास्तोत्रमन्त्रस्य याज्ञवल्क्य ऋषिः॥श्री सदाशिवो …
शीतल हैं शीतल वचन, चन्दन से अधिकाय।कल्प वृक्ष सम प्रभु …
श्री गणपत्यथर्वशीर्षम् स्तोत्रम्" भगवान गणेश को समर्पित एक प्रभावशाली वैदिक स्तोत्र है, जो श्रद्धा, शक्ति और सफलता प्रदान करता है। इस स्तोत्र के पाठ से विघ्नों का नाश होता है और मनोकामनाएँ पूर्ण होती हैं।
रत्नसानुशरासनं रजताद्रिश्रृंगनिकेतनं शिञ्जिनीकृतपन्नगेश्वरमच्युतानलसायकम्। क्षिप्रदग्धपुरत्रयं त्रिदशालयैरभिवंदितं चन्द्रशेखरमाश्रये मम किं करिष्यति वै …